Khoobsurti jism me nahi...Rooh me basti hai !!
खूबसूरती जिस्म मे नही... रूह मे बस्ती है
बेपनाह खूबसूरती का तिलिस्म किसी बोतल, साबुन या क्रीम मे क़ैद नही
वो हमारे अंदर है ,इसका एक नाम है ... खुशी
ब्ला की
खूबसूरती के लिए वो करो जो तुम्हें खुशी दे,
झुमो की ज़िंदगी हिंडोला लगे ,
इश्क़ करो ,जात पात की परवाह किए बिना, इश्क़ आज
भी पाक है
बे रोकटोक खेलो, हर जीत का जश्न मनाओ ,
लडो अपनी सही सोच के लिए , वो जंग जीतो !!
मुकमल कोई नही, कभी कभी खुल के रोना भी दवा है ,
दुआ भी,
झुको...पर खुद के लिए !
झूम के नाचो बिंदास...जानो के ऐसा कोई डिप्रेशन नही
जो चोक्लट और किताबे दूर नही कर सके ,
हर उस शक्स
को भागाओ जो तुम्हारी अपनी दुनिया मे दखल दे,
अपने पंख
पसारो ,आज़ादी से बेहतर खुशी दूजी नही,
कभी दूसरो
की मुस्कुराहट मे अपनी खुशी ढूँढ के देखो...
अगर अंदर
से खुश हो ,तो बाहर खुशी छलकेगी ही,
…….के खूबसूरती
जिस्म मे नही...रूह मे बस्ती है !!!!
Credit: BeingIndian
Credit: BeingIndian
No comments: